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Showing posts from December, 2017

एक अच्छी आदत- सोचो फिर बोलो (Think before you Speak-A good habit)

Think before you speak is the best habit. सोचकर बोलने वाले लोग अपने सामने आने वाली 90% परेशानियों को पहले ही दूर कर देते हैं। जो लोग बिना सोचे बोलते हैं वे कई बार अनजाने में सामने वाले का दिल दुखा देते हैं, भले ही उनका उद्देश्य गलत ना हो, लेकिन बिना सोचे कही गई बात की वजह से उस स्थिति में उस बात का ग़लत मतलब निकलता है, जिससे सामने वाले के मन में भी आपके प्रति ग़लतफ़हमी पैदा हो जाती है।     जैसे हर क्रिया की एक प्रतिक्रिया होती है, वैसे ही बिना सोचे कही गई बात की वजह से शायद सामने वाला भी आपको कुछ गलत बोले या आप दोनों के बिच मतभेद पैदा हो जाए।       इसलिए किसी भी बात को बोलने से पहले अपनी भावनाओं पर काबू रखें । बात को बोलने से पहले 2-3 बार सोच लें की आपकी बात बोलने से फायदे की जगह नुकसान ना हो जाए। हो सकता है की वो बात आपके नज़रिये से सही हो पर सुनने वाले के नज़रिये से गलत हो, इसलिए पहले सोचो और फिर बोलो को एक आदत बना लीजिये, यकीन मानिये आपकी जिंदगी बदल जाएगी और पहले की तुलना में लोगों से आपके मतभेद होना भी खत्म हो जाएंगे। यह पोस्ट आपको कैसी लगी, कृपया निचे कमेंट बॉक्स में लिखें, साथ ही

एक अच्छी आदत- माफ़ करना (Forgiveness- A good habit.)

माफ़ करना......एक अच्छी आदत। यह पोस्ट लिखने के लिए में इसलिए प्रेरित हुआ क्योंकि हम में से हर किसी के पास इस तरह की बातों को सोचने का समय नही होता है, लेकिन यह ज़रूरी है की हम इस बारे में कभी कभी सोचें या खुद से बात करें।      कभी कभी हम हमारे अपनों से नाराज़ हो जाते हैं या उनकी छोटी सी बात को लम्बे समय तक या हमेशा के लिए दिल से लगाकर बैठ जाते हैं, जिससे उनके साथ हमारे रिश्ते पर असर पड़ता है। एसा नही है कि हमें कभी भी गुस्सा नही करना चाहिए लेकिन सामने वाले के नज़रिये से भी उस बात को देखने की कोशिश करें, और अगर आपको लगे की उनका उद्देश्य आपको नुकसान पहुँचाना या आपका दिल दुखाना नही था, तो फिर आपको उनको माफ़ कर देना चाहिए और बात को वहीं खत्म कर देना चाहिए ।     दिल बड़ा रखना और माफ़ करना अपने आप में एक बड़ी अच्छी आदत होती है, जो हर किसी को नही मिलती, लेकिन हर कोई इस आदत को अपने अंदर विकसित कर सकता है ।       विश्वास कीजिये और सिर्फ 3 हफ़्ते तक इस आदत को अपना कर देखिये, में ग्यारंटी लेता हूँ की जब आप किसी को माफ़ करोगे तो आपको दिल से ख़ुशी मिलेगी।    दुनिया में रिश्तों से ज्यादा क़ीमती कोई चीज़ नही

नए साल का संकल्प (New year's Resolutions)

कई बार आम दिनों में हम संकल्प लेते हैं कि कल से मैं जल्दी उठूँगा, या मैं आलस छोड़ दूँगा, मैं झूठ नही बोलूँगा, और भी इस तरह के कई सारे वादे या संकल्प हम लेते हैं, लेकिन उनको हम पूरा नही कर पाते, क्योंकि कहीं न कहीं जब हम यह फैसला लेते हैं, तब उस संकल्प को पूरा करने के लिए हमे कोई प्रेरणा नही मिलती है, या हम ये सोचते हैं की. .  ठीक है यार, आज से नही कल से कर लूँगा या, अगले हफ्ते, महीने से कर लूँगा।        लेकिन आज आपको नव वर्ष के लिए संकल्प लेना है और उसे पूरी दृढ़ इच्छा के साथ नए वर्ष के पहले ही दिन से पूरा करने की कोशिश करना है। क्योंकि नया साल अपने साथ एक नई शुरुआत लेकर आता है तो इस दिन हम जो भी संकल्प लेते हैं उसको पूरा करने के लिए बाहरी के साथ साथ अंदरुनी प्रेरणा भी मिलती है और हम उस संकल्प को पूरा करने के लिए सामान्य से ज्यादा कोशिश करते हैं। अगर आप वाकई में चाहते हैं की इस संकल्प को पूरा करें तो आपको थोड़ी सी ज्यादा कोशिश करना होगी। इस संकल्प को एक उपवास मानकर चलें। उदाहरण के लिए आपका संकल्प है की अब आप गुस्सा नही करेंगे तो इसको एक उपवास मानकर चलें क्योंकि शुरू के एक दो दिन आप गुस्स

धन्यवाद के फ़ायदे (Benefits of Thank you)

धन्यवाद के फ़ायदे- रिश्तों की मजबूती के लिए     आज की हमारी जीवनशैली की वजह से धन्यवाद कम ही सुनने को मिलता है, खासतौर पर जो हमारे अपने हैं, उन्हें हम कभी धन्यवाद बोलते ही नही हैं।     धन्यवाद देने से :- *हमें ख़ुशी मिलती है। * लोग हमें पसन्द करते हैं। *हमारा मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। *हमारा व्यक्तित्व निखरता है। *हम आशावादी रहते हैं।           आज हम देखते हैं की रिश्तों की मजबूती के लिए आप धन्यवाद का प्रयोग कैसे कर सकते हैं। अगर किन्ही भी कारणों से आपको किसी भी रिश्तों में परेशानियां हैं तो धन्यवाद का सहारा लें। एक अच्छी बात यह है की अगर धन्यवाद बोलने में आपको शर्म या हिचकिचाहट होती है, तो आप अकेले में मन ही मन उस व्यक्ति को धन्यवाद दे सकते हैं ( जब आप धन्यवाद दें तब मन में कृतज्ञता की भावना होना जरूरी है ।) धन्यवाद दीजिये उनकी अच्छी बातों व आदतों के लिए, उन पलों के लिए जो आपने साथ में बिताए हैं, उन चीजों के लिए जो उन्होंने आपके लिए की है। कमियां तो हर किसी में होती है और छोटी मोटी बातों को भूल जाना ही समझदारी है। आपको उनकी कमियों पर नही सिर्फ खूबियों पर ध्यान देना है और मन